चाणक्य के ये अनमोल विचार आपका जीवन बदल देंगी
चाणक्य निति 2500 सालो से दुनिया का मार्गदर्शन कर रही है।
- कायरो के शरीर पर कभी चोट के निशान नहीं होते क्युकी चोट उन्हें लगती है जो लोग संघर्ष के मैदान में टिके रहते है
- अपने मन की भावनाओ को मन में ही रखना क्युकी शत्रु इनका प्रयोग तुम्हारे दुरूपयोग के लिए करेगा।
- जो विषय या वस्तु आपके मनोबल को कमजोर करने में लगी है, उसकी संगती आपको जीते जी मृत्यु के दर्शन करा देगी
- श्रेष्ट आचरण होना चाहिए लेकिन जब दैत्यों के लड़ना पड़े तो परं दैत्य बन जाओ
- किसी भी सुंदरता पर मोहित होना, बिना तथ्य के किसी विषय पर क्रोधित होना ही आपके कष्टों का निर्माण करता है।
- समय बहुत कुछ सिखाता है , लेकिन जो अपने २५ सालो में सीखा उसे १० बर्ष में अपने बच्चो को सीखा देना ।
- किसी भी महल का आकर कितना भी विशाल क्यों न हो उसका एक कमजोर कोना उसे नष्ट के लिए काफी है।
- नकारात्मक सोच से बचना है तो संघर्ष की शरण में जाओ।
- दिखावटऔर सुंदरता की चिंता करने बजाय अपने ज्ञान वृध्दि की चिंता करो।
- अपनी दिनचर्या को ध्यान से समझो तो आपको अपनी असफलता का कारण साफ़ दिखने लगेगा।
- अगर आप दैनिक कार्यो में ही अटक रहे हो तो आप अपने लक्ष्य से दूर भटक रहे हो।
- मष्तिस्क में कामवासना का धरना और रहस्यों का दूसरे कानो में पड़ना, असफलता के संकेत है ।
- अगर आप अपनी प्रशंसा में किसी का काम कर रहे हो तो तो समझ लो आपका उपयोग किया जा रहा है,
- शांत रहना ही अपने आप में एक उत्तर है ।
- हमेशा सत्य का साथ देने वाला भी अपने आप में एक सन्यासी ही होता है ।
- मनुष्य की हानि मिथक दिखावे में है,वास्तविकता तो लाभ का सूचक है|
- समय से पहले बोला सत्य झगड़े का कारन बन सकता है।
- स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मस्तिष्क, और स्वस्थ मस्तिष्क के लिए स्वस्थ विचार आवश्यक है।
- अपने चरित्र का ध्यान जरूर रखना क्यूंकि उसके निर्देशक केवल आप ही हो कोई और नहीं ।
- वैश्य से मित्रता और मुर्ख से ली शिक्षा आपको नीचता में ढकेलते है।
- वैश्य से मित्रता और मुर्ख से ली शिक्षा चरित्र पतन के रास्ते है।
- धन कमाने से सिर्फ धन आता है, जबकि ज्ञान प्राप्त करने से ज्ञान और धन दोनों आते है ।
- जिनके वचन अमूल्य है वो अधिकतर शांत रहते है, शोर करना तो मुर्ख का काम है।
- यदि आप खुद को बुद्धिमान समझ रहे हो , तो एकांत में जाकर एक बार और सोचो।
- मूर्ख लोगों से कभी वाद-विवाद नहीं करना चाहिए क्योंकि उसमे अपना ही समय नष्ट होता है।
- शत्रु, ऋण, और रोग को कभी कमजोर न समझे, इनका जल्दी से जल्द समाधान खोजना चाहिए.
- भगवान सिर्फ मूर्तियों मे ही नहीं बसता. वह तो आपकी आत्मा रूपी मंदिर में भी है.
- भाग्य सिर्फ उन्हीं का साथ देता है जो कठिन परिस्थितियों में अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हैं.
- जो आपकी बात को सुनते हुए इधर-उधर देखे उस आदमी पर भूल कर भी विश्वास न कर।
- दूसरों की गलतियों से सीखो चाहिए , अगर अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने का प्रयास करोगे तो आयु कम पड़ जाएगी।
- जो किस्मत के सहारे चलता है वह अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मरता है।
- कोई भी व्यक्ति ऊंचे स्थान पर बैठकर ऊंचा नहीं होता, व्यक्ति सिर्फ अपने गुणों से ही महान बनता है।
- उस स्थान पर एक पल भी नहीं ठहरना चाहिए जहां आपकी इज्जत न हो,
- एक सुगन्धित वृक्ष से जिस तरह जंगल महक उठता है, उसी तरह एक गुणवान कुल का नाम रौशन रोशन करता है।
Bahut sundar hai ye vichar love it
Ye Amirt hai vichar, muslim hu but chanakya jaan hai meri. I love chanakya